Monday, April 14, 2008

Bhari Duniya Mein Aakhir Dil Ko

Yet another piano song that is full of emotions. One of my favorites from this film.


भरी दुनिया में आख़िर दील को समझाने कहाँ जाए (२)
मोहब्बत हो गई जिनको वो दिवाने कहाँ जाए
भरी दुनिया में आख़िर दील को समझाने कहाँ जाए
भरी दुनिया

(piano and violins play in orchestra - only if there was a way to listen to this live! voice of Rafi and this music totally deadly combo!)

लगे है शम्मा पर पहरे ज़माने की निगाहों के (२)
ज़माने की निगाहों के
जिन्हें जलने की हसरत है (२) वो परवाने कहाँ जाए
मोहब्बत हो गई जिनको वो दिवाने कहाँ जाए
भरी दुनिया में आख़िर दील को समझाने कहाँ जाए
भरी दुनिया

सुनाना भी जिन्हें मुश्किल छुपाना भी जिन्हें मुश्किल (२)
छुपाना भी जिन्हें मुश्किल
ज़रा तू ही बता ए दील (२) वो अफ़साने कहाँ जाए
मोहब्बत हो गई जिनको वो दिवाने कहाँ जाए
भरी दुनिया में आख़िर दील को समझाने कहाँ जाए
भरी दुनिया

नज़र में उलझने दील में है आलम बेक़रारी का (२)
है आलम बेक़रारी का
समझ में कुछ नहीं आता (२) सुकून पाने कहाँ जाए
मोहब्बत हो गई जिनको वो दिवाने कहाँ जाए
भरी दुनिया में आख़िर दील को समझाने कहाँ जाए
भरी दुनिया


Film: Do Badan (1966)
Singer: Mohd Rafi
Music Director: Ravi
Lyrics: Shakeel Badayuni
Picturized on: Manoj Kumar, Asha Parekh

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