Wednesday, September 26, 2007

Aaj Puraani Raahon Se

This is my favorite song from Aadmi. Just gives me goosebumps every time I listen to it. I think that's Mohd. Rafi's voice doing the trick. You have to be in solitude to feel this one.

The second stanza seems to be missing in quite many versions of the song.


हो हो हो... हो हो...
ओ हो हो

आज पुरानि राहों से कोई मुझे आवाज़ ना दे (२)
दर्द में डूबे गीत ना दे गम का सिसकता साज़ ना दे (२)

हो हो हो... हो हो...
हो हो

बीते दिनों की याद थी जिन में मैं वोह तराने भूल चुका
आज नयी मंज़िल है मेरी कल के ठिकाने भूल चुका
ना वोह दील ना सनम ना वोह दीन धरम
अब दूर हूँ सारे गुनाहों से
आज पुरानि राहों से कोई मुझे आवाज़ ना दे
दर्द में डूबे गीत ना दे गम का सिसकता साज़ ना दे

हो हो हो... हो हो...
हो हो

टूट चूके सब प्यार के बन्धन आज कोई जंजीर नहीं
शिशा-ए-दील में अरमानों की आज कोई तस्वीर नहीं
अब शाद हूँ मैं आज़ाद हूँ मैं
कुछ काम नहीं है आहों से
आज पुरानि राहों से कोई मुझे आवाज़ ना दे
दर्द में डूबे गीत ना दे गम का सिसकता साज़ ना दे

हो हो हो... हो हो...
हो हो

जिवन बदला दुनिया बदली मन को अनोखा ज्ञान मिला
आज मुझे अपने ही दील में एक नया इन्सान मिला
पहुचा हूँ वहाँ नहीं दूर जहाँ
भगवान भी मेरी निगाहों से
आज पुरानि राहों से कोई मुझे आवाज़ ना दे
दर्द में डूबे गीत ना दे गम का सिसकता साज़ ना दे


Film: Aadmi (1968)
Singer: Mohd. Rafi
Music Director: Naushad
Lyrics: Shaqeel Badayuni
Picturized on: Dilip Kumar

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